ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 15
ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 15
" ब्लू मून होटल का नक्शा"
हेलो फ्रेंड्स कैसे हैं आप लोग उम्मीद करती हूं अच्छे होंगे अब तक आपने पढ़ा सभी अमृतसर पहुंच चुके हैं....और देवांश अमेरिका के लिए निकल चुका है....
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"अब आगे"
वह लड़का वैसे ही झुके हुए अपना एक हाथ ऊपर करके कहता है "केरला का आईपीएस ऑफिसर विराज करिअप्पा रिपोर्टिंग"..सब उस लड़के को अजीब नजर से देख रहे थे लेकिन ज्योति को वह आवाज बहुत जानी पहचानी सी लगती है
एक गहरी सांस लेकर खुद को नार्मल कर विराज ज्योति को देख मुस्कुरा देता है.... विराज को देख ज्योति की आंखे नम हो जाती है... और उसके गले से आवाज़ ही नही निकलती.... ज्योति अपनी नम आंखों से विराज को देखती है ......और उसके चेहरे पर एक सुकून भरी मुस्कान आ जाती है
वह कुछ कहने वाली होती है तभी उसे एहसास होता है कि वहां और भी लोग हैं.....ज्योति खुद के इमोशन को कंट्रोल कर थोड़ा सख्त लहजे में कहती है ....."तुम्हे किसी के कमरे में घुसने की तमीज भी नहीं है क्या...
ज्योति को ऐसे अनजान बनता देख विराज को बहुत बुरा लगता है विराज खुद को संभालता है और कहता है....."एम सॉरी बट में लेट हो रहा था"...."वह तो तुम्हारी हमेशा की आदत है"...ज्योति के मुंह से अनायास ही निकल जाता है .....लेकिन उसकी बात सुन विराज मुस्कुरा देता है और ज्योति को ऐसे चिढ़ते देख अरमान और आर्या की आंखें बड़ी हो जाती है क्योंकि ज्योति एक सेंसिबल लड़की थी किसी से ऐसे चिढना उसका स्वभाव ही नही है....
अंदर आओ और दरवाज़ा बंद कर दो.. इतना केहकर ज्योति सबको देखती है जो एक दूसरे को घूर रहे थे...
"अगर आप सब लोगों का एक दूसरे को देखना हो गया हो तो क्या हम कुछ डिस्कस कर सकते हैं"......और सब को बैठने का इशारा करती है.....
सब वही लगे सोफे पर बैठ जाते हैं और ज्योति दीवार पर टंगे हुए , नक्शे के पास खड़ी हो जाती है और सब को एक नजर देखने के बाद बोलना शुरू करती है..
"हेलो टीम मेरा नाम है कैप्टन ज्योति पांडे"....और जैसा आप लोगों को बताया गया है .....आज होटल ब्लू मून में होने वाली डील को रोकने की जिम्मेदारी हमें दी गई है..... और "इस मिशन की लीडर मै हु और आप सबको मेरे ऑर्डर को फॉलो करना होगा"......आप सबके पास अभी भी वक्त है .... "आपमे से अगर कोई भी वापस जाना चाहे तो वापस जा सकता है".....क्योंकि इसके बाद आपके पास वापस जाने का कोई रास्ता नहीं होगा
आपके पास 5 मिनट है तब तक डिसाइड कर लीजिए इतना केहकर ज्योति उस कमरे से बाहर चली जाती है....सब एक दूसरे का चेहरा देखते हैं....फिर आर्या सोफे पर आराम से लीन होते हुए कहता है "भाई मैं तो नहीं जा रहा तुम सब अपना देख लो"....तभी जसप्रीत कहता है...."मेरा जाण्ड दा कोई सवाल ही ना जी"... तभी अरमान कहता है...
"मै नही जाऊंगा" आज तक हर मिशन मे मैं उसके साथ रहा हूँ.... निर्जला भी कहती है "नही मै भी नही जाऊंगी".... विराज अरमान को देखते हुए केहता है.... जिसके लिए इतनी दूर आया हूँ.. उसे छोड़ कर जाऊ, "बिल्कुल नही"...
उसकी इस बात पर सब विराज को घूरने लगते हैं..... विराज अपनी बात सम्भालते हुए कहता है..... मेरा मतलब.. इस मिशन अपने देश के लिए आया हूँ... और दांत दिखा देता है...
तभी ज्योति अंदर आती है... उसके हाथ मे कॉफी के मग थे....
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"दिल्ली ऐरपोर्ट"
देवांश की फ्लाइट का टाइम हो गया था.... देवांश अपनी फ्लाइट के लिए जाने लगता है फिर एक जगह रुक कर बाहर जाने वाले रास्ते को देखता है.... फिर एक गहरी सांस छोड़ता है.. और वहाँ से निकल जाता है..... फ्लाइट मे बैठ कर रॉकी को कुछ डॉक्यूमेंट देता है और कहता है.... इसपर काम स्टार्ट कर दो ध्यान रहे इसके बारे मे किसी को खबर भी ना हो.... रॉकी उन पेपर्स को पड़ता है और कहता है
" बॉस क्या आप सच में ये करना चाहते हैं" देवांश एक नजर रॉकी को देखता है और कहता है "अगर यह इंफॉर्मेशन लीक हुई तो इंडिया की आर्मी पूरी तरह डिस्ट्रॉय हो जायेगी".....इसे संभाल के रखना होगा.... फिर एक डेविल स्माइल के साथ कहता है... इंडिया पर अब देवांश का राज होगा.....अमेरिका मे ये डील हमारी आखरी डील होगी जो समग्लिंग की होगी इसके बाद हम वहाँ अपना बिजनेस करेंगे..... रॉकी हाँ मे सर हिला देता है..
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"अमृतसर"
ज्योति कॉफी की ट्रे टेबल पर रखती है और सबको एक नज़र देखती है फिर कहती है.... ठीक है तो आप सबने फैसला कर लिया है....चलिए फिर मै आप सबको प्लैन समझा देती हु....
इतना केहकर ज्योति नक्शे के सामने खड़ी हो जाती है.... सो टीम ये नक्शा ब्लू मून होटल (काल्पनिक नाम) का है इस होटल मे तीन रास्ते हैं बाहर जाने के लेकिन अंदर जाने का सिर्फ एक... एक सामने का रास्ता जहाँ से हम अंदर जा सकते हैं और बाहर भी आ सकते हैं.... दूसरा एमरजेंसी डोर जिससे सिर्फ बाहर जा सकते हैं.... और एक दरवाज़ा इस होटल मे बने किचन मे एक अलमारी है उसके पीछे.... उस रास्ते के बारे मे बहुत कम लोग जानते हैं..
कितने लोग जानते हैं ये मै भी अच्छे से नही जानती हूँ.....कल इस होटल के अंदर जाना हमारे लिए सबसे बड़ा चैलेन्ज है... क्योंकि कल तेजा और शेख की डील होने वाली है... और इन लोगों ने एक पासवर्ड बनाया है हम बिना पासवर्ड के अंदर नही जा सकते.... पासवर्ड पता करने की कोशिश कर रही हु मै.... अगर नही पता चलता है
तो हम दूसरा प्लेन एग्ज़िक्यूट करेंगे...... और दूसरा प्लेन मै आपको लास्ट मे सम्झाऊँगी... इस होटल की एक खासियत ये भी है की ये अपने आप मे एक पहेली है.... और कल के लिए ये होटल पूरा बुक है..... निर्जला कुछ सोचते हुए कहती है
"हम पुलिस फोर्स भी तो लगा सकते हैं"....जिससे हम आसानी से होटल मे एंटर हो सकते हैं.... तभी अरमान कहता है.. "दो साल पहले लखनऊ के एक होटल मे इनकी डील होने वाली थी" और इस बात की खबर लखनऊ पुलिस को चल गई थी.....उन्होंने भी यही प्लेन किया और किसी तरह वह होटल मैं तो एंटर हो गए लेकिन शेख के एक आदमी को यह खबर लग गई थी लेकिन उस वक्त उन्होंने वैसे ही चलने दिया जैसा लखनऊ पुलिस चाहती थी
"लखनऊ पुलिस जब होटल के अंदर गई तो उन्होंने तेजा और शेख को अरेस्ट तो कर लिया".....लेकिन जैसे ही उन्हें लेकर बाहर आ रही थी तेजा के आदमियों ने उन पुलिसकर्मियों को गोली मार दी और यह बात उस होटल के अंदर ही दफन होकर रह गई
विराज कुछ सोचते हुए कहता है "लेकिन खबर तो यह आई थी ना कि वह सारे पुलिसकर्मी लापता है"....तभी ज्योति कहती है "किसी भी मर्डर को गुमनामी या आत्महत्या का नाम देना शेख के लिए कोई बड़ी बात नहीं है"
जसप्रीत जो कब से खामोश बैठा था वह कहता है "आप सब सीनियर हैं और मैं यहां सबसे जूनियर".....लेकिन अगर "आपकी इजाजत हो तो मैं आपको कुछ दिखाना चाहूंगा"..
"हम यहां सिर्फ एक टीम है ना ही जूनियर और ना ही सीनियर" तुम्हें जो कहना है तुम कह सकते हो ज्योति कहती है तभी जसप्रीत अपना फोन ज्योति की तरह बढ़ा देता है जिसमें कुछ फोटोस थी
उन फोटोस को देख ज्योति दंग रह जाती है वह फोन अरमान की तरफ बढ़ा देती है धीरे-धीरे सब उन फोटोस को देखते हैं इन फोटोस को देख सबकी आंखें बड़ी हो जाती है लेकिन ज्योति की नजर जसप्रीत पर थी जिसे जसप्रीत भी अच्छे से समझ रहा था...
देवांश अमेरिका क्यों जा रहा है ? ऐसी कौन सी इंफॉर्मेशन है उस फाइल में जो इंडियन आर्मी को डिस्ट्रॉय कर सकती है? ऐसा क्या है जसप्रीत के फोन में जिसे देखकर सब दंग रह गए हैं? क्या हुआ था लखनऊ पुलिस कर्मियों के साथ?
"जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी कहानी ब्लैक बैंगल्स मिलते हैं अगले चैप्टर में तब तक खुश रहिए आबाद रहिये मसूरी रहिए या मुरादाबाद रहिए"
........... बाय बाय.......
madhura
11-Aug-2023 06:59 AM
Nice part
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पृथ्वी सिंह बेनीवाल
01-Feb-2023 04:32 PM
बेहतरीन भाग
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Rajeev kumar jha
31-Jan-2023 01:11 PM
Nice
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